शारीरिक और मानसिक कष्टों से हैं परेशान तो ऐसे धारण करें 9 मुखी रुद्राक्ष

शारीरिक और मानसिक कष्टों से हैं परेशान तो ऐसे धारण करें 9 मुखी रुद्राक्ष

हमारे धार्मिक ग्रंथों में रुद्राक्ष के महत्व की खूब चर्चा की गई है। हर रुद्राक्ष का अपना महत्व है। यह नौ मुखी रुद्राक्ष माँ दुर्गा के स्वामित्व में उनकी नौ शक्तियों को अपने में समाहित किए हुए है इसलिए इस रुद्राक्ष को धारण करने से शक्ति का आशीर्वाद एवं सानिध्य प्राप्त होता है। आज हम इस लेख के माध्यम से 9 मुखी रुद्राक्ष जो की माँ दुर्गा की नौ शक्तियों का प्रतीक है, कपिलमुनि और भैरों देव की कृपा भी इसमें समाहित है, इससे आपको अवगत कराते है।

नौ मुखी रुद्राक्ष को भैरव कहा गया है, इस रुद्राक्ष का सम्बन्ध केतु ग्रह से होता है। इससे बने ब्रेसलेट को बाई भुजा में धारण करना चाहिए। इसे धारण करनेवाले को भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाशिवपुराण के अनुसार देवी दुर्गा का स्वरुप होने के कारण विशेष कर महिलाओं के लिए यह नौ मुखी रुद्राक्ष अत्यंत उपयोगी है। इससे बने ब्रेसलेट को धारण करने से इच्छा शक्ति प्रबल होकर कई पापों का नाश होता है। देवी माँ की कृपा इस रुद्राक्ष पर होने से सभी देवताओं की कृपा भी इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को मिलती है।

नवरात्रि के पावन पर्व पर नौ मुखी रुद्राक्ष से बना ब्रेसलेट अवश्य धारण करना चाहिए, जिससे माँ दुर्गा का आशीर्वाद सदा धारणकर्ता को मिलता रहें।

9 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

सुखों में वृद्धि – नौ मुखी रुद्राक्ष से बने ब्रेसलेट को धारण करने के एक नहीं अनेक लाभ होते हैं, इससे धन सम्पदा, मान सम्मान, यश, कीर्ति और सभी प्रकार के सुखों की वृद्धि होती है। जीवन में बाधक तत्वों का नाश होता है, जीवन सरलता और सुख-समृद्धि के साथ व्यतीत होता है।

आँखों के लिए रामबाण उपाय – नौ मुखी रुद्राक्ष आँखों से सम्बंधित परेशानियों को दूर करने के लिए भी धारण किया जाता है। इस रुद्राक्ष के प्रभाव से आँखों की रोशनी तेज होती है तथा आँखों से सम्बंधित किसी भी प्रकार के दोषों से धारणकर्ता को बहुत हद तक आराम मिलता है।

समस्याओं से रक्षा – नौ मुखी रुद्राक्ष साक्षात नवदुर्गा का स्‍वरूप होने के कारण यह रक्षा कवच का काम करता है और मनुष्‍य को मानसिक और शारीरिक कष्टों से बचाता है। महिलाओं के लिए यह रुद्राक्ष बहुत ही लाभकारी है, इसके प्रभाव से मानसिक शांति, मान-सम्मान मिलता है। महिलाओं को अपनी रक्षा हेतु इससे बना ब्रेसलेट अवश्य ही धारण करना चाहिए।

केतु को शांत करने के लिए – नौ मुखी रुद्राक्ष का सत्तारूढ़ ग्रह केतु है, यदि आपके जीवन में केतु ग्रह अशुभ भाव में बैठे है या केतु शुभ होकर भी शुभ फल नहीं दे पा रहे है तथा केतु के कारण जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा हो, जिसके कारण कामकाज में रूकावटे आ रही है, या जीवन में आर्थिक परे‍शानियां उत्‍पन्‍न हो रही हैं तो आपको नौ मुखी रुद्राक्ष से बना ब्रेसलेट धारण करने से अवश्य लाभ होगा। यह रुद्राक्ष केतु के बुरे प्रभावों से आपको मुक्त कराता है।

9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र

नौ मुखी रुद्राक्ष देवी दुर्गा का स्वरुप है तथा भैरव स्वरुप इस रुद्राक्ष का संचालक ग्रह केतु है इसलिए “ॐ दुं दुर्गाय नमः” या “ॐ ह्रीम हूम नमः नव दुर्गायै नमः” का 108 बार मन्त्र जाप करते हुए इस रुद्राक्ष को धारण करने से लाभ होता है।